गुरु जम्भेश्वर धाम में श्रदालुओ ने लगायी धोक और दी हवन में आहुतिया

गुरु जम्भेश्वर भगवान के धाम मुकाम पर फाल्गुन मास की अमावश्या पर भरने वाले मेले में जमकर श्रदालु उमड़े उन्होंने भगवान के दरबार में धोक लगाई व हवन में घी तथा खोपरों से आहुतिया दी
गुरु जम्भेश्वर धाम में श्रदालुओ ने लगायी धोक और दी हवन में आहुतिया

राजस्थान , पंजाब , हरियाणा, बिहार, मधयप्रदेश , उत्तराखंड तथा अन्य प्रदेशो से अपने सह परिवार सहित पधारे हुए श्रद्लुओ ने  गुरु महाराज की समाधी पर धोक लगा कर प्राथना की तथा पाहल ग्रहण किया
यहाँ होने वाले हवन से हमारे पर्यावरण को बहुत शुद्ध ऑक्सीजन मिलती तथा यहाँ आने वाले हर श्रदालु ने शपथ ली की हम अपने पर्यावरण की रक्षा करेंगे था बेजुबान जानवरो को सुरक्षित करेंगे क्युकी आजकल बेजुबानो पर बहुत अत्याचार बढ़ गए जिससे हमें उनकी सुरक्षा सुनिचित करनी होगी
गुरु महाराज ने 500 वर्ष पहले भी बता दिया था की पेड़ो में भी जान होती है तथा यही हमारे लिए वर्षा लाते है यदि आज हम इनके लिए आये नहीं  आने वाले कल को खो देंगे
अखिल भारतीय महासभा के पदाधिकारी और कार्यकर्ता यह सेवा में तथा वयव्था में लगे हुए थे मुकाम में लगे हुए मेले में परुषो तथा महिलाओ की भारी भीड़ उमड़ी
यहाँ पधारे हुए लोगो ने मेले से गुरु महाराज की तस्वीर तथा कैसेट ली तथा कृषि में और घर काम आने वाली वस्तुए ली
बिश्नोई धर्मशाला में दूर से पधारे हुए श्रद्धालुओ के लिए उचित ठहरने तथा खाने की वयवस्था थी
हर साल की तरह ही कई श्रदालु अपने समूह के साथ पैदल ही गुरु महाराज की समाधि पर धोक और हवन में आहुति देने पहुंचे यहाँ आने वाले सभी श्रदालु गुरु महाराज के जयकारे के साथ समाधि की परिकर्मा की हर साल की तरह ही यहाँ गुरु महाराज की समाधि पर धोक लगा करने वाले श्रदालु बहुत ही उत्साहित लग रहे थे वही पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिए यहाँ आने वाले श्रदालुओ ने पलास्टिक कैरी बेग का बहिस्कार किया तथा उन्होंने बहुत बड़ा योगदान दिया है हमारे मुकाम धाम को स्वच्छ और साफ रखने में इसी कारण बिश्नोई समाज का पर्यावरण के क्षेत्र में अंतरास्ट्रीय स्तर पर पहचान बन चुके एवं पर्यावरण हितार्थ और स्वच्छता अभियान में आगे चल कर देश को एक साफ तस्वीर देने वाले खुमाराम जी बिश्नोई " आओ सभी मिल कर ये जान चेतना लाये प्लास्टिक हटाए, धरती बचाये" के उद्धघोष से मुकाम धाम को साफ रखने के सभी को प्रेरित किया 

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